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Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad Naat Lyrics
Naat Name | Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad |
Recite | Sami Kanwal |
Writer | Unknown |
Producer | Faisal Ashraf Ch |
Recorded | Fsee Studio |
Category | Naat |
Released Date | Sep 4, 2021 |
Naat Lyrics and Translate Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad
अँधेरे में दिल के चरागे महोब्बत
ये दकसने जलाया सवेरे सवेरे
दलया जब से मैंने ये नाम मुहम्मि
बड़ा लुत्फ़ आया सवेरे सवेरे
अक़ीित की मंदिल का बस राि ये है
ईशा के वुिूसे अिा हो सहर भी
इबाित का सौिा अँधेरे अँधेरे
मुनाफा कमाया सवेरे सवेरे
खुिा की क़सम ये हकीकत है सहेरा
के बेनूर आँखों मेंभी नूर चमका
तेरे सब्ज़ गुम्बि को सूरज की दकरणों
ने जब जगमगाया सवेरे सवेरे
इबाित दकये जा, नमािेंपड़े जा
शबो रोि सजिों पे सजिे दकये जा
इबाित उसी की , नमािेंउसी की
दजसे पंजतन का गराना दमला है
मिीने के जलवे मिीने की रातें
हमेंअये खुिाया दिखा जल्दी जल्दी
तड़पते हैंदिन रात जो हुिूरी को
उन्हेंअये खुिाया बुला जल्दी जल्दी
ख़याले मिीना मेंनी ंि आ गयी जब
क़रार आ गया बेकरारी को मेरी
दकये सब्ज़ गुम्बि के मैंने निारे
बड़ा लुत्फ़ आया सवेरे सवेरे
वो रोिे का मंिर वो मेहरबो दमम्बर
वो जन्नत की क्यारी बड़ी प्यारी प्यारी
जहाँ पर लगी मेरे आक़ा की तदलयाँ
वो गदलयां हमेंभी दिखा जल्दी जल्दी
दजन्हेंसुनके करते थे इफ्तारो सहरी
सभी माहे रमिान मेंउषाके नबवी
दजन्हेंसुनके होता है एक कै फ तारी
हमेंवो अिानेंसुना जल्दी जल्दी
क़यामत का एक दिन मुअय्यन है लेदकन
हमारे दलए हर नफ़स है क़यामत
मिीने से हम जां दनसारों की िू री
क़यामत नही ं है तो दफर और क्या है
कहाँ मेंकहाँ ये मिीने की गदलयां
ये दक़स्मत नही ं है तो दफर और क्या है
जहाँ रोिा-इ-पाके खैरुल वरा है
वो जन्नत नही ं है तो दफर और क्या है
मुहम्मि की अिमत को क्या पूछते हो
के वो सादहबे काबा कौसेन ठहरे
सरे हश्र आक़ा की मेहमान नवािी
ये अिमत नही ं है तो दफर और क्या ह
Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad Famous Naat
The lyrics to “liya jab se maine naam e Muhammad” in Hindi by Sami Kanwal, who is widely considered to be one of the best naat Khawan in Urdu, helped catapult it to prominence. To whoever’s ear you may call, ” लिया जब से मैंने ये नाम-ए-मुहम्मद, बड़ा लुत्फ़ आया सवेरे सवेरे ” The naat in the Roman Urdu language is available for listening, downloading, reading, and spreading. You can find the words to liya jab se maine naam e Muhammad and many other naats on naatkhawan.com. Sami Kanwal pays homage to the Holy Prophet Muhammad (P.B.U.H. ), asking for pardon from their sins and seeking a blessing as a reward. Sami Kanwal’s smooth, melodious voice graces this studio recording of a naat.
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Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad Naat Hindi PDF Download
Who wrote the Naat of “Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad?
() written the Naat Lyrics of “Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad ”.
Who is the Recite Naat of “Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad ”?
u003ca href=u0022https://youtu.be/IXEJAny1BIgu0022u003eSami Kanwalu003c/au003e Recite Naat of “Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad ”
Who Campany Release Naat “Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad ”?
u003ca href=u0022https://www.youtube.com/channel/UCfn188VkCZIfWnkXNy3MAcw/u0022u003e(Islamic Fsee Production)u003c/au003e Release Naat “Liya Jab Se Maine Naam e Muhammad ”